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पवन शर्मा की लघुकथा - '' सौगात ''




                       ( प्रस्तुत लघुकथा – पवन शर्मा की पुस्तक – ‘’ हम जहाँ हैं ‘’ से ली गई है )  




                                      सौगात

‘ अम्मा , तुम बहुत दुबली हो गई हो | '  रुकमा बुआ ने कहा |
          ‘ क्या करूँ रुकमा ... सेहत गिरती जा रही है | ’  अम्मा कहती है |
          ‘ डॉक्टर को दिखाओ ... दवा – दारु करवाओ ... ऐसे कैसे काम चलेगा ... बताओ तो ! भैया अपनी नौकरी के पीछे बाहर रहते हैं | दोनों बड़ी बेटियों को तुमने ब्याह दिया ... तीसरी छोटी – विम्मो ही अब तुम्हारा ख्याल रखती है ... मुझे चिंता लगी रहती है हरदम | ’
          मैं देख रहा था – बाहर वाले कमरे में अपने नाना की गोद में बैठा राहुल खेल रहा था | बाबा का बचपन जैसे लौट आता है बच्चों के आते ही | बाबा के पास ही फूफाजी बैठे हुए बातें कर रहे हैं |
          माँ प्लेट में नाश्ता और चाय लेकर आ गईं | उन्हें देखकर रुकमा बुआ ने पूछा ,  ‘ तुम कब आईं भाभी ? ’
          ‘ परसों | ’  माँ ने मुस्कराकर कहा |
          ‘ सब ठीक है न ? ’  कहती हुई रुकमा बुआ ने अपना सूटकेस खोला |
          ‘ हाँ ! ’  कहते हुए माँ वहीँ पर बैठ गईं |
          ‘ तुम्हारी चिट्टी पहुँच गई थी , तभी तो एकदम प्रोग्राम बना – सब लोग एक साथ मिल लेंगे | ’
          सूटकेस खोलते हुए रुकमा बुआ को सबने घेर लिया | सभी की आँखों में चमक उभर आई | धीरे – धीरे बुआ अपने साथ लाई चीजें सबको देती जा रही थीं |
          ‘ अम्मा , ये शाल तुम्हारे लिए | ’
          ‘ क्यों खर्च करती है रुकमा ! ’
          ‘ विम्मो , ये तेरे लिए सलवार – सूट | ’
          ‘ अहा ! ... कितना प्यारा है ! ’
          ‘ दिनेश , ये तेरे लिए ऊनी ब्लेजर ... खूब जँचेगा | ’
          मेरा मन ख़ुशी से भर उठा |
          ‘ भाभी , तुम्हारे लिए साड़ी ! ’
          माँ ने चुपचाप साड़ी ले ली |
          चाय ठण्डी हो रही थी | पापा अभी तक नहीं लौटे थे |
          ‘ जिज्जी , हमें तो तुम्हारे आने का इंतजार रहता है | ’  विम्मो बुआ कहती हैं |
          ‘ क्यों ? ’  रुकमा बुआ हँसती हैं |
          ‘ तुम खाली हाथ नहीं आती हो | कुछ – न – कुछ लाती रहती हो , इसलिए ! ’
          रुकमा बुआ और जोर से हँसती हैं | अम्मा भी उनका साथ देती हैं | किंतु , माँ का नितांत भावहीन चेहरा देख मैं उठकर बाहर आ जाता हूँ | **

      - पवन शर्मा 


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पता
पवन शर्मा 
श्री नंदलाल सूद शासकीय उत्कृष्ट  विद्यालय ,
जुन्नारदेव  , जिला - छिन्दवाड़ा ( म.प्र.) 480551
फो. नं. - 9425837079 .
ईमेल – pawansharma7079@gmail.com

संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिलासवाई

 माधोपुर  ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867

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