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15.1.20

सबने कहा


( कवि श्रीकृष्ण शर्मा के नवगीत - संग्रह - '' एक अक्षर और '' से लिया गया है )

सबने कहा 

सबने कहा 
दवा होता है ,
लेकिन सच कड़वा होता है |
          सूरज के पीछे 
          अँधियारा ,
          उत्सव 
          सन्नाटे का मारा ,
बाहर चुप्पी ,
लेकिन मन में 
सच पूछो बलवा होता है |

सबने कहा ...

          पैदा होती घृणा 
          प्यार से ,
          घर बँटता 
          घर की दीवार से ,
फ़र्क डालता है 
हम में जो ,
शक का एक रवा होता है |

सबने कहा 
दवा होता है ,
लेकिन सच कड़वा होता है |

               - श्रीकृष्ण शर्मा 
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 संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय विद्यालय,जाट बड़ोदा,जिलासवाई माधोपुर  ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867

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