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20.5.21

कवि नरेन्द्र कुमार आचार्य की कविता - " एक नई सुबह "

 











कोरोना तू आया और चला भी जाएगा ।

अपनों से बिछड़ने का गम दे जाएगा ।

दहशत व मायूसी का साया है ।

कुछ समय बाद सब बदल जाएगा ।


कोरोना तेरे आने से एक बात सीखी है ।

ये जिंदगानी पल - दो पल की है ।

फिर घमंड कैसा इस शरीर पर ।

बोल भलाई ही साथ जानी है ।


ये तेरा ये मेरा सब यहीं रह जाएगा ।

धन - दौलत कुछ भी साथ नहीं जाएगा ।

छोड़ कर इस मोह माया को प्यारे ।

सिर्फ अच्छे कर्म ही साथ ले जाएगा ।


ना कोरोना होगा ना कोई दहशत होगी ।

सिर्फ अपनों का प्यार व मोहब्बत होगी ।

रख हिम्मत हौसला अपने पर ऐ दोस्त ।

फिर आशाओं से भरी एक नई सुबह होगी ।  **

                            



                                                                  

 - नरेंद्र कुमार आचार्य 
    साखना , टोंक ( राजस्थान )
   मोबाइल नंबर - 9784801714 






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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867.




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