कमलेश शर्मा " कमल " |
मैं एक शिक्षक हूँ
मैं एक शिक्षक हूँ , शिक्षा देना मेरा काम ।
गुरुजी ,अध्यापक , मास्टर ये भी मेरे नाम ।
मास्टर होते कंजूस , ऐसे नाम से भी बदनाम ।।
चाहे लाख काम करो , किसी को नहीं दिखता है ।
संतुष्टि के लिए रोज , डायरी में लिखना पड़ता है ।।
गर्मी हो या बरसात या , कड़ाके की हो सर्दी ।
ड्यूटी पर तैनात रहता , नहीं किसी को हमदर्दी ।।
MDM का स्वाद चखो , दूध में ना हो पानी ।
बावर्ची बने कभी , कभी ग्वाले सी कहानी ।।
हर विपदा में साथ खड़ा , बनकर कर्मयोगी ।
मेहनत से बनता है , सरकारी वेतनभोगी ।।
योजनाओं की कमी नहीं ,आदेश रोज नए आते हैं ।
सब काम छोड़ कर पहले , डाक तुरंत मंगवाते हैं ।।
पाठ पढ़ाओ, जाँच करो , लो फिर उसका एग्जाम ।
रिजल्ट कम आने पर , भुगतो फिर उसका परिणाम ।।
जनगणना या चुनाव हो , कितने आधार और खाते हैं ।
वृक्षारोपण , छात्रवृति , स्कूटी , सर्वे में घर घर जाते हैं ।।
शिक्षक ने बाबू , BLO , कभी चौकीदारी का काम किया ।
संकट की इस घड़ी में भी , शिक्षक ने योगदान दिया ।।
पगार कम हो या ज्यादा , ये कर्मों का फल होता है ।
वैसा ही पाता फल सदा , जो जैसा बीज बोता है ।।
शिक्षक बनकर हमने , नहीं कोई अपराध किया ।
धन्य है ईश्वर जो हमको , गुरु पद का सौभाग्य दिया ।।
फिर भी अपने कर्म को , देता रहूँगा अंजाम ।
मैं एक शिक्षक हूँ, शिक्षा देना मेरा काम ।। **
- कमलेश शर्मा " कमल "
(अध्यापक)
रा.उ.प्रा.वि.
धुरावतों का खेड़ा,
ब्लॉक:-अरनोद,
जिला:- प्रतापगढ़ (राज.)
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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई
माधोपुर ( राजस्थान
) , फोन नम्बर – 9414771867
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको।