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25.11.19

बाक़ी है


( कवि श्रीकृष्ण शर्मा के काव्य - संग्रह - '' अक्षरों के सेतु '' से लिया गया है )














बाक़ी है 
रात गहरी ,
सर्द सन्नाटा ,
दिशाएँ चुप |

एक ढिबरी जोत 
बाक़ी है 
अँधेरा घुप् 

- श्रीकृष्ण शर्मा 
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संकलन - सुनील कुमार शर्मा, पी.जी.टी.(इतिहास),जवाहर नवोदय विद्यालय,जाट बड़ोदाजिलासवाई माधोपुर  ( राजस्थान ),फोन नम्बर– 09414771867

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