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12.10.21

कवि श्रीकृष्ण शर्मा की कविता - " औरत " ( 1 )

 यह कविता , श्रीकृष्ण शर्मा की पुस्तक - " अक्षरों के सेतु " ( काव्य - संग्रह ) से लिया गया है -











औरत ( 1 )


फड़फड़ा रही है 

कँटीले तारों में फँसी 

घायल चिड़िया 

बार - बार 

उड़ने के लिए 

चंद फूलों की खातिर |


उसके 

रक्त - रंजित टूटे पंख 

उड़ रहे हैं इधर - उधर |


फिर भी -

ताक में हैं ,

- कुछ गिद्ध |  **


            - श्रीकृष्ण शर्मा 


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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867.


2 comments:

  1. धन्यवाद , आदरणीय आलोक सिन्हा जी |

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