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22.7.21

कवि सुन्दर लाल मेहरानियाँ 'देव' की कविता - " पी ओ के की आजादी "

 










पी ओ के की आजादी


कहने   को   तो   बहुत   ही,   मासूम   सा   दिखता   हूँ। 
खरीदोगे   'जहाँ  ए  नफरत',  मोहब्बत  में   बिकता  हूँ।
गुजर गया वक्त 'इजहार ए इश्क' ,बेवफाई के जिक्र का, 
आजकल  'देव'  दुश्मनों  की,  मैं  बर्बादियाँ  लिखता  हूँ।

अब बस एक ही जतन करें ,पी ओ के की आजादी का 
एक नया इतिहास लिखें हम, दुश्मन की बर्बादी का।।

तीन सौ सत्तर हटा दई, माहौल  घाटी का   शान्त  हुआ, 
रास न आया दुश्मन को,मन उसका बहुत क्लान्त हुआ, 
जीते जी प्राणान्त हुआ, मोह  छूट  सका  ना  वादी  का। 
एक नया इतिहास लिखें,हम दुश्मन  की  बर्बादी  का।।

आतंकी अड्डा बना हुआ,मिल रहा है साथ  पड़ोसी  का, 
अब की बार जो करी हिमाकत,काट देंगे सर दोषी का,
करें लहू से तिलक आज, नर मुंडों  की  शहजादी  का।
एक नया इतिहास लिखें हम, दुश्मन की बर्बादी  का।।

पिछ्ली मार भी भूल गया,फन फिर से नाग तू उठा रहा
अमन चैन तुझे रास न  आता , आतंकी  सब  बुला  रहा
मौत की नींद तू सुला रहा,  साथी  बनता हर  वादी  का 
एक नया इतिहास लिखें हम, दुश्मन की  बर्बादी  का।।

भारत माता के दामन, पर अब जो भी दाग  लगायेगा,
सौगन्ध हमें माँ काली की, वो नहीं कभी  बच  पायेगा, 
बना उसे फिर हम मेहमाँ दें,मरघट की  आबादी  का। 
एक नया इतिहास लिखें हम, दुश्मन की बर्बादी का।।

बहुत सह लिये   जुल्मों  सितम, अब  तो  प्रतिकार  करो
ओ! महलों के सिंहासन जादो, खुला अब  यलगार  करो 
थर्राएँ दुश्मन देख जिगर, कैसे बना ये 'देव' फौलादी का
एक नया इतिहास  लिखें  हम,  दुश्मन  की  बर्बादी  का

अब बस एक ही जतन करें ,पी ओ  के  की  आजादी।
एक नया इतिहास लिखें हम, दुश्मन की बर्बादी का।।  **

                                         - सुन्दर लाल मेहरानियाँ 'देव' 


   अलवर,राजस्थान
  (शायर, कवि व गीतकार)
                                                                 slmehraniya@gmail.com 











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संकलन – सुनील कुमार शर्मा , जवाहर नवोदय विद्यालय , जाट बड़ोदा , जिला – सवाई माधोपुर ( राजस्थान ) , फोन नम्बर – 9414771867.

2 comments:

  1. सुंदर लाल जी द्वारा रचित एक बेहतरीन रचना ..... काश ऐसा हो जाय ।

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  2. आदरणीया संगीता स्वरुप जी , आपको इस ब्लॉग की रचनाएँ पसंद आ रही हैं , इसके लिए आपको बहुत - बहुत धन्यवाद |

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